राज्य सरकार ने युवाओं के रोजगार को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। अब Apprenticeship Enabled Degree Program (AEDP) के तहत बिहार के 5 विश्वविद्यालयों के 12 कॉलेजों में तीन और चार वर्षीय स्किल-बेस्ड स्नातक डिग्री कोर्स शुरू किए जाएंगे। इन कोर्स का मुख्य उद्देश्य है – पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों को इंडस्ट्री आधारित ट्रेनिंग देना ताकि वे डिग्री के साथ सीधे नौकरी के लिए तैयार हो सकें। सरकार ने इसके लिए संबंधित कॉलेजों को पत्र भेज दिया है और आगामी सत्र से इन कोर्स की शुरुआत होगी।
किन विश्वविद्यालयों में शुरू होंगे ये कोर्स
इस कार्यक्रम में राज्य के 5 प्रमुख विश्वविद्यालयों के 12 कॉलेजों को शामिल किया गया है। इनमें –
- पटना विश्वविद्यालय के 3 कॉलेज
- पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के 3 कॉलेज
- मगध विश्वविद्यालय के 2 कॉलेज
- बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय के 3 कॉलेज
- तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का 1 कॉलेज
शामिल हैं। इन कॉलेजों में विद्यार्थियों को कोर्स के साथ एक वर्ष का अप्रेंटिसशिप अनिवार्य रूप से करना होगा, जिससे उन्हें व्यावहारिक अनुभव भी मिलेगा।
नए कोर्स की झलक: अब कंटेंट राइटिंग से लेकर ई-कॉमर्स तक
इस योजना के तहत कई आधुनिक और रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू किए जा रहे हैं।
मगध विश्वविद्यालय के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में:
- Tourism & Hospitality Operations
- E-Commerce Operations
- HR Operations
एस.एन. सिन्हा कॉलेज टेकारी में:
- B.A. in Content and Creative Writing
बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के अंतर्गत:
- राम शकल सिंह साइंस कॉलेज – Marketing & Sales, BFSI, Retail Operations
- लक्ष्मी नारायण दूबे कॉलेज – BFSI, Content & Creative Writing, Retail Operations
- राज नारायण कॉलेज – Media Communication, BFSI, E-Commerce Operations
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स समेत 10 स्किल-बेस्ड कोर्स होंगे शुरू
पटना विश्वविद्यालय के कॉलेजों में तकनीकी और इंडस्ट्रियल कोर्स की शुरुआत होने जा रही है।
बी.एन. कॉलेज में – Digital Electronics, Industrial Electronics, Pharmaceutical Manufacturing & Quality, Marketing & Sales
मगध महिला कॉलेज में – B.Sc. in Healthcare Management
पटना कॉलेज में – B.A. in Content and Creative Writing
भागलपुर नेशनल कॉलेज (तिलका मांझी विश्वविद्यालय) में – Retail Operations, E-Commerce Operations
वहीं, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कॉलेजों में भी कोर्स की विविधता देखने को मिलेगी –
- College of Commerce – Digital Electronics
- Ganga Devi Mahila College – BFSI, Healthcare Management
- J.D. Women’s College – Retail Operations, BFSI
छात्रों को मिलेगा पढ़ाई के साथ इंडस्ट्री ट्रेनिंग का अवसर
इन कोर्सों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि छात्रों को थ्योरी, प्रैक्टिकल और इंडस्ट्री ट्रेनिंग एक साथ मिलेगी। इससे वे डिग्री पूरी होने से पहले ही इंडस्ट्री के कामकाज को समझ पाएंगे।
बी.एन. कॉलेज के प्राचार्य राजकिशोर प्रसाद के अनुसार –
“मुझे इलेक्ट्रॉनिक्स विषय का ऑर्डिनेंस, रेगुलेशन और सिलेबस तैयार करने को कहा गया था। ये सभी कोर्स रोजगारोन्मुखी और प्रभावी हैं। इन्हें करने वाले छात्रों को इंडस्ट्री में तुरंत नौकरी के अवसर मिलेंगे।”
कोर्स के फायदे: क्यों यह योजना युवाओं के लिए गेम-चेंजर है
- पढ़ाई के साथ 1 वर्ष का अनिवार्य अप्रेंटिसशिप
- इंडस्ट्री-रेडी स्किल्स विकसित होंगी
- सरकारी और निजी दोनों सेक्टर में रोजगार के अवसर
- पारंपरिक डिग्री की तुलना में ज्यादा प्रायोगिक ज्ञान
- युवाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनने का मौका
Apprenticeship Enabled Degree Program 2025: कब से शुरू होंगे कोर्स
राज्य सरकार की योजना है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इन कोर्सों की शुरुआत की जाए। फिलहाल संबंधित विश्वविद्यालयों में इस पर अकादमिक काउंसिल की बैठकें जारी हैं और तैयारियां अंतिम चरण में हैं। उम्मीद है कि 2025-26 सत्र से छात्र इन कोर्सों में दाखिला ले सकेंगे।
निष्कर्ष: शिक्षा और रोजगार को जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम
Apprenticeship Enabled Degree Program (AEDP) बिहार सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जो उच्च शिक्षा को रोजगार से जोड़ने का कार्य करेगी। इससे न केवल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी बल्कि वे नौकरी पाने में आत्मनिर्भर बनेंगे। यह पहल राज्य में स्किल इंडिया मिशन को भी नई दिशा देने का काम करेगी। विशेष जानकारी और ताजा अपडेटस के लिए इस बेबसाइट को हमेशा विजिट करते रहें ।
