NEET में कम नंबर और फिर भी करोड़ों का करियर! इन 5 मेडिकल कोर्स ने बदली हजारों की किस्मत

मेरे प्यारे दोस्तों, नेशनल टेस्ट एजेंसी ने 2025 -26 सत्र के लिए रिजल्ट जारी कर दिया है । इस साल लगभग 12 लाख छात्रों का चयन किया है जो किसी भी मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिए काउंसिलिंग कर सकते हैं । जैसा कि सबको पता है कि भारत में एमबीबीएस कोर्स के लिए कूल 1,18,190 सीट है। जिसमें से सरकारी MBBS सीटों की कुल संख्या (2025 तक का अनुमान) 350+ कॉलेज में 56,000 से अधिक है। इसका मतलब है कि लगभग 11लाख छात्रों का भविष्य अधर में लटका है । ऐसे छात्रों को भी चिंता करने और निराश होने की जरूरत नहीं है । कैसे आइए जानते हैं विस्तार से ।

NEET में कम नंबर और फिर भी करोड़ों का करियर! इन 5 मेडिकल कोर्स ने बदली हजारों की किस्मत

NEET परीक्षा हर साल लाखों छात्रों के लिए उम्मीद की एक बड़ी किरण होती है। लेकिन जब परिणाम आते हैं और नंबर अपेक्षा से कम होते हैं, तो ऐसा लगता है मानो सबकुछ खत्म हो गया हो। खासकर जब MBBS की सीटें सीमित हों और कटऑफ बहुत ऊंचा चला जाए, तब बहुत से छात्र-छात्राएं निराश हो जाते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि NEET में कम नंबर आने का मतलब यह नहीं है कि मेडिकल फील्ड में आपका सपना अधूरा रह जाएगा? हकीकत ये है कि कई ऐसे मेडिकल कोर्स हैं, जो NEET में कम स्कोर वालों के लिए शानदार करियर का रास्ता खोलते हैं — वो भी लाखों की कमाई के साथ! चलिए जानते हैं उन 5 शानदार मेडिकल कोर्सेस के बारे में, जिन्होंने हजारों छात्रों की किस्मत बदली है।

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5 शानदार मेडिकल कोर्सेस कौन-कौन से है ?

बी.फार्मा (B.Pharm) – फार्मास्युटिकल दुनिया का भविष्य

अगर आपकी रुचि दवाओं और उनकी रिसर्च में है, तो B.Pharm आपके लिए बेस्ट विकल्प हो सकता है। इसमें आपको फार्मास्युटिकल साइंस, ड्रग डेवलपमेंट, और मेडिसिन कंपोजिशन से जुड़ी गहराई से जानकारी मिलती है।

  • डिग्री अवधि: 4 साल
  • करियर विकल्प: मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव, फार्मासिस्ट, QA/QC अफसर, रिसर्च साइंटिस्ट
  • औसत पैकेज: ₹3 लाख से ₹12 लाख प्रति वर्ष
  • टॉप रिक्रूटर्स: Cipla, Sun Pharma, Dr. Reddy’s, Pfizer

बीएससी इन ऑटोमेशन एंड रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजी

रेडियोलॉजिकल टेक्नोलॉजी आज के दौर में मेडिकल फील्ड की रीढ़ बन गई है। X-ray, MRI, CT scan जैसे आधुनिक डायग्नोस्टिक तकनीकों को ऑपरेट करना एक स्किलफुल जॉब है, जिसकी डिमांड भारत और विदेश दोनों जगह बढ़ रही है।

  • डिग्री अवधि: 3 साल
  • करियर विकल्प: रेडियोलॉजिस्ट असिस्टेंट, MRI टेक्नीशियन, मेडिकल इमेजिंग प्रोफेशनल
  • कमाई की संभावनाएं: ₹4 लाख से ₹10 लाख तक
  • ट्रेंडिंग: मेडिकल इंश्योरेंस और टेलीमेडिसिन सेक्टर में भी डिमांड

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बीएससी नर्सिंग – सेवा और सम्मान के साथ करियर

नर्सिंग आज केवल एक सेवा कार्य नहीं, बल्कि एक प्रोफेशनल और हाई डिमांड करियर है। B.Sc Nursing करने के बाद आप सरकारी अस्पताल, प्राइवेट हॉस्पिटल, और यहां तक कि विदेशों में भी अच्छी सैलरी वाली नौकरी पा सकते हैं।

  • डिग्री अवधि: 4 साल
  • करियर विकल्प: स्टाफ नर्स, ICU नर्स, OT नर्स, नर्स एडमिनिस्ट्रेटर
  • सैलरी रेंज: ₹3 लाख से ₹9 लाख सालाना
  • विदेश में अवसर: खाड़ी देश, यूरोप, अमेरिका में उच्च मांग

बायोटेक्नोलॉजी – विज्ञान और रिसर्च का बेहतरीन मेल

बायोटेक्नोलॉजी एक ऐसा क्षेत्र है जो मेडिकल, एग्रीकल्चर, और एनवायरनमेंट साइंस को जोड़ता है। इसमें रिसर्च, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग होता है।

  • डिग्री अवधि: 3-4 साल
  • करियर विकल्प: रिसर्च साइंटिस्ट, QA/QC, क्लिनिकल ट्रायल स्पेशलिस्ट
  • कमाई की संभावना: ₹5 लाख से ₹15 लाख प्रति वर्ष
  • फ्यूचर स्कोप: वैक्सीन रिसर्च, जेनेटिक इंजीनियरिंग, स्टार्टअप्स

फिजियोथेरेपी – हेल्थकेयर का नया चैंपियन

फिजियोथेरेपी एक ऐसा करियर है जो लगातार ग्रो कर रहा है, खासकर स्पोर्ट्स और फिटनेस इंडस्ट्री में। इसमें आप मस्कुलर, बोन, और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का इलाज बिना सर्जरी के करते हैं।

  • कोर्स: बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT)
  • डिग्री अवधि: 4.5 साल (इंटर्नशिप सहित)
  • करियर विकल्प: क्लिनिकल फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स थेरेपिस्ट, रिहैब स्पेशलिस्ट
  • इनकम रेंज: ₹4 लाख से ₹15 लाख प्रति वर्ष
  • अंतरराष्ट्रीय अवसर: ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, UK में हाई डिमांड

NEET कम स्कोर का मतलब करियर खत्म? बिल्कुल नहीं!

कई बार हम सोचते हैं कि MBBS और BDS ही मेडिकल फील्ड के इकलौते रास्ते हैं, लेकिन हकीकत इससे बहुत आगे है। ये कोर्सेस न केवल स्किल बेस्ड हैं, बल्कि इनमें ग्रोथ और कमाई की संभावनाएं भी कमाल की हैं।

इनमें से बहुत से कोर्स ऐसे भी हैं जिनमें आप बिना NEET क्लियर किए भी एडमिशन पा सकते हैं या फिर कम स्कोर पर प्राइवेट कॉलेज या डिप्लोमा कोर्सेस के जरिए एंट्री मिल सकती है।

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निष्कर्ष

NEET में कम नंबर आना करियर की हार नहीं, बल्कि नए रास्ते तलाशने का मौका है। आज के दौर में स्किल्स और स्पेशलाइजेशन की डिमांड ज्यादा है। अगर सही जानकारी और प्लानिंग से आगे बढ़ें, तो इन विकल्पों में से कोई भी कोर्स आपको करोड़ों के करियर तक ले जा सकता है।

तो अब देर किस बात की? अपनी पसंद का कोर्स चुनिए और मेडिकल फील्ड में एक नई उड़ान भरिए!

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